उपसर्ग-प्रत्यय

उपसर्ग का परिचय

उपसर्ग दो शब्दों 'उप' और 'सर्ग' से मिलकर बना है।

इस प्रकार उपसर्ग का अर्थ होगा- किसी शब्द के पास या समीप आकर नए शब्द की रचना करना।

📌 परिभाषा: उपसर्ग वह शब्दांश है जो किसी शब्द के पहले आकर उसका विशेष अर्थ प्रकट करता है।

👉 हिन्दी में उपसर्गों की संख्या 10 है। हिन्दी के उपसर्ग हिन्दी, संस्कृत तथा उर्दू से मिलकर बने हैं।

उपसर्ग और उनके अर्थ

उपसर्ग अर्थ शब्द
अति अधिक अतिकाल, अतिरिक्त, अत्याचार
अधि श्रेष्ठ अधिकार, अधिराज, अध्यक्ष
अनु पीछे/बाद अनुशासन, अनुवाद, अनुज
अप हीनता अपयश, अपकार, अपमान
अभि समीप/ओर अभिभावक, अभिवादन, अभ्यास
दुर् बुरा दुरवस्था, दुराचार, दुर्लभ
नि नीचे निवास, निवारक
परि चारो ओर परिक्रमा, परिमाण, पर्याप्त
प्रति विरोध/बराबरी प्रतिक्षण, प्रतिनिधि, प्रत्यक्ष
वि भिन्नता/विशेष विकास, विज्ञान, विभिन्न
सम् पूर्णता संवेग, संसार, संशय
सु अच्छा सुशासन, सुपुत्र, स्वागत
कु बुरा कुपुत्र, कुशासन
अध आधा अधखिला, अधपका, अधमरा
दु बुरा दुकाल, दुबला
प्रत्यय का परिचय

प्रत्यय दो शब्दों 'प्रति' और 'अय' से मिलकर बना है।

इस प्रकार प्रत्यय शब्द का अर्थ हुआ साथ में परन्तु बाद में लगने वाला।

📌 परिभाषा: प्रत्यय वह शब्दांश है जो कि शब्द के बाद में प्रयोग होता है।

प्रत्यय के भेद/प्रकार

प्रत्यय के दो भेद होते हैं:

  • कृत प्रत्यय
  • तद्धित प्रत्यय

📌 कृत प्रत्यय: क्रिया या धातु के अन्त में प्रयोग होने वाले प्रत्यय को कृत प्रत्यय कहते हैं तथा इससे बनने वाले शब्द को 'कृदन्त' कहते हैं।

📌 तद्धित प्रत्यय: संज्ञा, सर्वनाम या विशेषण के अन्त में प्रयोग होने वाले प्रत्यय को तद्धित प्रत्यय कहते हैं तथा इससे बनने वाले शब्द को 'तद्धितान्त' कहते हैं।

महत्वपूर्ण प्रत्यय और उनके उदाहरण
प्रत्यय शब्द
आस मिठास, गिलास, प्यास
आप मिलाप, विलाप
आन लगान, उठान, मकान
आव चुनाव, घुमाव, बहाव
पूजा, पीड़ा
आई मिठाई, सफाई, सच्चाई
आका ठहाका, धड़ाका
खेती, किसानी
झलक, कड़क
कार टंकार, फुंकार, जयकार
अक्कड़ पियक्कड़, घुमक्कड़, खवक्कड़
इया डाकिया, नचनिया
एरा लुटेरा, कमेरा
मार लट्टमार, छापामार
आयत पंचायत, बहुतायत