बहु-उद्देश्यीय परियोजनाएँ

परिचय
💧 महत्वपूर्ण तथ्य:
  • भारत की पहली जल विद्युत परियोजना 1897 में दार्जिलिंग में बनायी गयी।
  • 1901 में कर्नाटक में कावेरी नदी पर शिव समुद्रम परियोजना स्थापित की गयी।
  • अमेरिका की टेनेसी valley तथा सोवियत संघ (यूक्रेन) की परियोजनाएँ विश्व प्रसिद्ध बहुउद्देश्यीय परियोजना हैं।
  • वर्तमान में विश्व में 40,000 बड़े बाँध तथा भारत में 5000 बड़े बाँध हैं।
  • बड़े बाँध की ऊँचाई 15 मीटर से अधिक होती है।
  • बड़े बाँधों की संख्या वाले प्रमुख देश (शीर्ष 5): चीन (सर्वाधिक ~20,000) > U.S.A. > सोवियत संघ > जापान > भारत (5वें स्थान पर)
  • विश्व का सबसे बड़ा बाँध: चीन का Three Gorges Dam
  • भारत की सबसे बड़ी जल विद्युत परियोजना: सतलज नदी पर हिमाचल प्रदेश में।
  • निर्माणधीन सबसे बड़ी जल विद्युत परियोजना: अरुणांचल प्रदेश में।
  • नर्मदा घाटी परियोजना में 3000 से अधिक बाँध जुड़े हुए हैं।
प्रमुख बहु-उद्देश्यीय परियोजनाएँ

दामोदर घाटी परियोजना

हीराकुण्ड परियोजना

कोसी नदी घाटी परियोजना

चम्बल घाटी परियोजना

माही-बजाज परियोजना

नर्मदा घाटी परियोजना

भाखड़ा नांगल बाँध परियोजना

रिहन्द परियोजना

नाथपा-झाकरी परियोजना

टिहरी परियोजना

तुंगभद्रा परियोजना

शरावती परियोजना

व्यास परियोजना

ऊपरी कृष्णा परियोजना

पराम्बिकुलम अलियार परियोजना

प्रमुख बहुउद्देशीय परियोजना
बहुउद्देशीय परियोजना नदी पर राज्य अन्य विशेषताएँ
दामोदर घाटी दामोदर झारखंड, पश्चिम बंगाल भारत की प्रथम बहुउद्देशीय परियोजना
भाखड़ा-नांगल सतलुज पंजाब, हरियाणा, राजस्थान देश की सबसे बड़ी बहुउद्देशीय परियोजना
हीराकुंड महानदी ओडिशा भारत का सबसे लम्बा बांध
रिहन्द बांध रिहन्द उत्तर प्रदेश इस बांध पर गोविन्द पन्त सागर (भारत की सबसे बड़ी कृत्रिम झील) अवस्थित है।
टिहरी बांध भागीरथी उत्तराखंड 261 मी. ऊँचा तथा 570 मी. लंबा
इंदिरा गाँधी नहर सतलुज राजस्थान, पंजाब, हरियाणा विश्व की विशालतम सिंचाई परियोजना
सरदार सरोवर नर्मदा म. प्र., महा., गुजरात, राज. भारत का दूसरा सबसे लम्बा बांध।
कोयना कोयना महाराष्ट्र महाराष्ट्र का सबसे बड़ा बांध
दुलहस्ती चिनाब जम्मू-कश्मीर जल विद्युत परियोजना
सलाल चिनाब जम्मू-कश्मीर जल विद्युत परियोजना
नागार्जुन सागर कृष्णा आंध्रप्रदेश तेलंगाना हरित क्रांति के तहत भारत की पहली सिंचाई परियोजना।
माताटीला बांध बेतवा उत्तर प्रदेश व मध्य प्रदेश
प्रमुख नहर परियोजनाएँ

इन्दिरा गाँधी नहर परियोजना

  • 1953 में गोविंद वल्लभ पंत द्वारा इसका उद्घाटन किया गया।
  • पंजाब में व्यास-सतलुज के संगम पर हरि के बैराज का निर्माण किया गया, जहाँ से इन्दिरा गाँधी नहर निकाली गयी है।
  • शाखाओं सहित यह 10,000 किलोमीटर लम्बी है।
  • इसे राजस्थान की जीवनरेखा भी कहा जाता है।
  • जर्मनी के सहयोग से इस परियोजना का निर्माण हुआ।

शारदा नहर परियोजना

  • शारदा बैराज से यह परियोजना प्रारम्भ की गयी है।
  • उत्तर प्रदेश के 50 से अधिक जिलों में इसका विस्तार है।
  • यह भारत का सबसे बड़ा नहर तंत्र है।

फरक्का बैराज

  • कलकत्ता बंदरगाह की जल आपूर्ति के लिए मुर्शिदाबाद में गंगा नदी पर इसका निर्माण किया गया है।

रामगंगा परियोजना

  • उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड की संयुक्त परियोजना है।
  • इसकी देखरेख Ramganga Command Area Development Programme द्वारा की जाती है।
  • यह सिंचाई, चकबंदी, भूमि सुधार और ऋण वितरण का कार्य भी करता है।
भारत की अन्य महत्वपूर्ण परियोजनाएँ
परियोजना नदी (राज्य)
इडुक्की परियोजना पेरियार नदी (केरल)* (कनाडा के सहयोग से)
VKAI परियोजना ताप्ती नदी (गुजरात)
जायकवाड़ी परियोजना गोदावरी (महाराष्ट्र)
थीन बाँध परियोजना रावी नदी (पंजाब)
काकराबाँध परियोजना ताप्ती नदी (गुजरात)
कोल बाँध परियोजना सतलज (हिमाचल प्रदेश)
दुलहस्ती परियोजना चिनाब नदी (जम्मू-कश्मीर)* (फ्रांस के सहयोग से)
पोचम्पाद परियोजना गोदावरी (आन्ध्र प्रदेश)
दुर्गापुर बैराज दामोदर नदी (झारखण्ड, प० बंगाल)
मयूराक्षी/मुरली परियोजना मुरली नदी (प० बंगाल)
कंगसावती परियोजना कंगसावती नदी (प० बंगाल)
घाटप्रभा परियोजना घाटप्रभा (कर्नाटक)
मालप्रभा परियोजना मालप्रभा (कर्नाटक)
स्वर्ण रेखा परियोजना स्वर्ण रेखा (उड़ीसा-झारखण्ड)
बाणसागर परियोजना सोन नदी (उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार)
राजघाट परियोजना बेतवा नदी (उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश)
माताटीला परियोजना बेतवा नदी (उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश)
उर्मिल परियोजना उर्मिल नदी (उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश)
गण्डक परियोजना गण्डक नदी (नेपाल, उत्तर प्रदेश, बिहार)
तीस्ता परियोजना तीस्ता नदी (सिक्किम)
तीस्ता Low dam Project पश्चिम बंगाल
कोयलकारो परियोजना कोयलकारो नदी (झारखण्ड)
भारत द्वारा भूटान में प्रारंभ की गई परियोजनाएँ
🌊 भारत ने भूटान में निम्न परियोजनाएँ प्रारम्भ की हैं:
परियोजना का नाम
चूखा
ताला
कुरिछू
पुनत्सांगछू