विश्व की जलवायु/वायुमंडल/हवाएं

वायुमंडल

वायुमंडल की संरचना

परत विशेषता
क्षोभमंडल • औसत ऊँचाई 13 किमी (विषुवत वृत्त पर 18 किमी, ध्रुव पर 8 किमी)।
• सभी मौसमी घटनाएँ इसी परत में घटित होती हैं।
समताप मंडल • ओजोन गैस की परत।
• वायुयान की उड़ान के लिए आदर्श परत।
मध्यमंडल • ऊँचाई के साथ-साथ तापमान में कमी।
• उल्का पिंड इस परत में जल जाते हैं।
बाह्यमंडल (आयनमंडल) • ऊँचाई के साथ तापमान में वृद्धि।
• रेडियो संचार के लिए इस परत का उपयोग।
बहिर्मंडल • गुरुत्वाकर्षण प्रभाव की कमी।
• वायु का घनत्व बहुत कम।
विश्व की जलवायु

किसी भी जलवायु को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक

  1. अक्षांश
  2. तुंगता (ऊंचाई)
  3. वायुदाब एवं पवन तंत्र
  4. समुद्र से दूरी
  5. महासागरीय धाराएँ
  6. उच्चावच

कोपेन का जलवायु वर्गीकरण: जलवायु के वर्गीकरण के लिये वी. कोपेन द्वारा विकसित की गई आनुभविक पद्धति का सबसे व्यापक उपयोग किया जाता है।

समूह लक्षण
A उष्णकटिबंधीयसभी महीनों का औसत तापमान 18°C से अधिक।
B शुष्क जलवायुवर्षण की तुलना में वाष्पीकरण की अधिकता।
C कोष्ण शीतोष्णसर्वाधिक ठंडे महीनें का औसत तापमान 3°C से अधिक किन्तु 18°C से कम मध्य अक्षांशीय जलवायु।
D शीतल हिम-वन जलवायुवर्ष के सर्वाधिक ठंडे महीनें का औसत तापमान शून्य से 3°C नीचे।
E शीतसभी महीनों का औसत तापमान 10°C से कम।
H उच्चभूमिऊँचाई के कारण शीत।
स्थानीय पवनें
स्थानीय पवनें क्षेत्र विशेषता
चिनूक तथा फॉनअमेरिका में चिनूक, यूरोप में फॉनगर्म तथा शुष्क हवाएँ
सिराकोसहारा, इटली, स्पेनगर्म, शुष्क तथा रेत से भरी हवाएँ
हरमटनसहारा के पूर्वी भाग मेंगर्म तथा शुष्क हवा
मिस्ट्रलभूमध्य सागर के उ.पू. भाग मेंठंढी ध्रुवीय हवा
बोराएड्रियाटिक सागर के पूर्वी किनारों परशुष्क तथा ठंडी हवा
ब्लिजर्डसाइबेरिया, कनाडाहिम झंझावट ध्रुवीय हवाएँ