हिमालय पर्वत श्रृंखला और उससे जुड़ी पर्वत श्रृंखलाएँ
सिंधु-गंगा-ब्रह्मपुत्र के मैदानी क्षेत्र
विंध्य पर्वत श्रृंखला के दक्षिण का क्षेत्र
यह चट्टानें नीस और सिस्ट से निर्मित हैं।
विस्तार: बुंदेलखण्ड, बिल्लारी (कर्नाटक), बंगाल, नीलगिरी
यह आर्कियन तंत्र की चट्टानों के अपरदन से बनी है।
भारत में सर्वाधिक खनिज इसी तंत्र से पाये जाते हैं।
विस्तार: कर्नाटक में धारवाड़, बिल्लारी, अरावली, मध्यप्रदेश में मालाघाट और रींवा, छोटा नागपुर का पठार
इन चट्टानों का निर्माण धारवाड़ तंत्र के अपरदन से हुआ है।
विस्तार: कृष्णा नदी की घाटी, नल्लामलाई
इन चट्टानों का निर्माण कड़प्पा तंत्र की चट्टानों के अपरदन से हुआ है।
विस्तार: चित्तौड़ से सहसाराम (बिहार) तक
इन चट्टानों का विस्तार विशाल क्षेत्रों में हुआ है।
विस्तार: दामोदर, महानदी और गोदावरी की घाटी में इनका सर्वोत्तम रूप पाया जाता है।
98% कोयला इन्हीं चट्टानों में मिलता है।
ये चट्टानें विदर्भ क्षेत्र में पायी जाती हैं।
ये ज्वालामुखी क्रिया से निर्मित हुई हैं।
आयु: 4 अरब से 2.5 अरब वर्ष पुरानी
प्रकार: आग्नेय और कायांतरित चट्टानें
संरचना: नीस, सिस्ट, क्वार्ट्जाइट, मार्बल
विशेषताएँ:
प्रमुख क्षेत्र:
आयु: 2.5 अरब से 1.8 अरब वर्ष पुरानी
प्रकार: अवसादी और कायांतरित चट्टानें
संरचना: स्लेट, फिलाइट, शिस्ट, क्वार्ट्जाइट, मार्बल
विशेषताएँ:
प्रमुख खनिज:
प्रमुख क्षेत्र:
आयु: 1.8 अरब से 600 मिलियन वर्ष पुरानी
प्रकार: अवसादी चट्टानें
संरचना: बलुआ पत्थर, चूना पत्थर, शेल, क्वार्ट्जाइट
विशेषताएँ:
प्रमुख क्षेत्र:
आयु: 600 मिलियन से 500 मिलियन वर्ष पुरानी
प्रकार: अवसादी चट्टानें
संरचना: बलुआ पत्थर, चूना पत्थर, शेल
विशेषताएँ:
प्रमुख क्षेत्र:
आयु: 290 मिलियन से 180 मिलियन वर्ष पुरानी
प्रकार: अवसादी चट्टानें
संरचना: बलुआ पत्थर, शेल, कोयला
विशेषताएँ:
प्रमुख क्षेत्र:
आयु: 65 मिलियन वर्ष पुरानी
प्रकार: आग्नेय चट्टानें (बेसाल्ट)
संरचना: बेसाल्ट, डोलेराइट
विशेषताएँ:
प्रमुख क्षेत्र:
| चट्टान प्रणाली | प्रमुख खनिज | महत्वपूर्ण क्षेत्र |
|---|---|---|
| धारवाड़ क्रम | लोहा, ताँबा, सोना, मैंगनीज | सिंहभूम (झारखंड), बेल्लारी (कर्नाटक), कोलार (कर्नाटक) |
| कड़प्पा तंत्र | बलुआ पत्थर, चूना पत्थर, डोलोमाइट | कड़प्पा (आंध्र प्रदेश), नल्लामलाई |
| विंध्य तंत्र | बलुआ पत्थर, चूना पत्थर, पोटाश | विंध्य पर्वत श्रृंखला, कैमूर पहाड़ियाँ |
| गोण्डवाना तंत्र | कोयला, बलुआ पत्थर | रानीगंज, झरिया, बोकारो, तलचर, सिंगरौली |
| दक्कन ट्रैप | बेसाल्ट, काली मिट्टी | महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश |