भारत में परिवहन के साधन

बंदरगाह और जल परिवहन
पश्चिमी तट के बंदरगाह

काण्डला (गुजरात)

यह एक ज्वारीय बंदरगाह है, जो कच्छ के रण और कर्क रेखा के निकट है।

यह रसायनों के निर्यात के लिए जाना जाता है।

काण्डला में भी एक S.E.Z. (Special Economic Zone) बनाया गया है।

मुम्बई

भारत का सबसे बड़ा बंदरगाह है जहाँ से 20% व्यापार किया जाता है।

जवाहर लाल नेहरु पोर्ट (मुम्बई)

मुम्बई बंदरगाह के भार को कम करने के लिए इसका निर्माण किया गया।

यह भारत का आधुनिकतम बंदरगाह है।

मार्मगोवा (गोवा)

जुआरी नदी पर स्थित एक प्राकृतिक बंदरगाह है।

न्यू मंगलौर (कर्नाटक)

इस बंदरगाह से खुद्रेमुख स्टील प्लांट से स्टील प्राप्त किया जाता है।

कोच्चि (केरल)

यह एक प्राकृतिक बंदरगाह है।

पूर्वी तट के बंदरगाह

तूतीकोरिन (तमिलनाडु)

यह भारत का सबसे दक्षिणी बंदरगाह है।

चेन्नई (तमिलनाडु)

समुद्र पर स्थित कृत्रिम बंदरगाह है।

वर्तमान बंदरगाहों में सबसे पुराना है।

भारत का दूसरा सबसे व्यस्त बंदरगाह है।

एन्नोर (तमिलनाडु)

इसे कामराज पोर्ट भी कहा जाता है।

यह corporate sector का बंदरगाह है।

विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश)

भारत का सबसे गहरा बंदरगाह है।

यह Land Locked पोर्ट है।

यह लौह निर्यात हेतु प्रसिद्ध है।

डॉल्फिन नोज नामक चट्टान इसे सुनामी से बचाती है।

कोलकाता-हल्दिया (पश्चिम बंगाल)

दोनों के मध्य 105 km की दूरी है।

कोलकाता बंदरगाह हुगली नदी पर बनाया गया है।

इसका प्रयोग नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और चीन द्वारा भी किया जाता है।

हल्दिया समुद्र तट पर स्थित है। यह Petrochemical के आयात के लिए जाना जाता है।

पोर्ट ब्लेयर (अंडमान और निकोबार)

भारत का नवीनतम बंदरगाह

यहाँ एक Integrated command की स्थापना की गई है।

इसका प्रयोग सामरिक उद्देश्यों से किया जाता है।

महत्वपूर्ण परियोजनाएँ

सागरमाला परियोजना

15 अगस्त 2003 को भारत में बंदरगाहों के विकास और गुणवत्ता को बढ़ाने के मूल उद्देश्य के साथ भारत सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया था।

इसके 3 चरण हैं:

  1. बंदरगाहों का विकास
  2. जहाजरानी क्षमता का विकास
  3. देश के अंदरुनी भागों को बंदरगाहों से जोड़ना

इसे उस समय की सबसे महत्वाकांक्षी योजना माना गया था।

सेतु समुद्रम परियोजना

यह एक प्रस्तावित परियोजना है।

भारत और श्रीलंका के बीच कुल 70 km की दूरी है, जिसमें 22 km रेतीला भूखण्ड है, तत्पश्चात् 48 km तक चट्टानों की श्रृंखला है।

भारतीय इसे रामसेतु के रूप में जानते हैं।

वर्तमान में इसे एडम्स ब्रिज के नाम से जाना जाता है।

14वीं शताब्दी तक यह भारत और श्रीलंका के बीच आवागमन का मार्ग था, तत्पश्चात् सुनामी में यह नष्ट हो गया।

NDA सरकार ने सेतुसमुद्रम की रूपरेखा तैयार की, UPA सरकार ने इसे आगे बढ़ाया। यद्यपि सुप्रीम कोर्ट के द्वारा दिए निर्णय के आधार पर इसका काम रोक दिया गया था।

परियोजना के सकारात्मक पहलू

  • भारतीय जहाजों को श्रीलंका का चक्कर काटने से मुक्ति मिलेगी।
  • समय, ईंधन तथा 400 समुद्री मील की दूरी की बचत होगी।

परियोजना के नकारात्मक पक्ष

  • समुद्री जैव विविधता वाला क्षेत्र मन्नार की खाड़ी प्रभावित होगी।
  • मूंगे की चट्टानों का निर्माण नहीं होगा, जो 1/3 समुद्री जीवों का आश्रय स्थल हैं।
  • श्रीलंका के बंदरगाह उजाड़ हो सकते हैं।
  • इस क्षेत्र में मोनाजाइट के अकूत भण्डार हैं, जिस पर नकारात्मक असर पड़ सकता है।
  • तटीय क्षेत्रों की सुरक्षा के समक्ष चुनौतियाँ उत्पन्न हो सकती हैं।
राष्ट्रीय जलमार्ग

NW1 (गंगा-भागीरथी जलमार्ग)

1986 में गंगा-भागीरथी नदियों पर चिन्हित किया गया।

यह इलाहाबाद से हल्दिया तक 1620 km की दूरी तय करता है।

यह भारत का सबसे बड़ा राष्ट्रीय जलमार्ग है।

NW2 (ब्रह्मपुत्र जलमार्ग)

1992 में ब्रह्मपुत्र नदी पर चिन्हित किया गया।

सदिया से धुबरी (असम) के मध्य 891 km की दूरी है।

NW3 (केरल जलमार्ग)

केरल में 1993 में कोल्लम-कट्टापुरम नहर में स्थापित किया गया।

चम्पकारा और उद्योग मण्डल को भी इससे जोड़ दिया गया।

कुल लम्बाई: 205 km

NW4 (काकीनाडा-पुडुचेरी जलमार्ग)

काकीनाडा से पुडुचेरी के मध्य

कुल लम्बाई: 1078 km

NW5 (ओडिशा जलमार्ग)

ओडिशा में ब्राह्मणी और महानदी की सहायक नदियों तथा कुछ नहरों को आपस में जोड़ा जाना है।

कुल लम्बाई: 623 km

तलचर और पाराद्वीप जैसे प्रमुख नगर NW-4 से जोड़े जाएंगे।

भविष्य में NW-4 व NW-5 का विलय कर दिया जाएगा।

NW6 (बराक जलमार्ग)

असम में बराक नदी पर लाखीपुर से भांगा कुल 121 km की दूरी को जोड़ा जाना है।

भारतीय रेल (Indian Railways)
🚆 भारतीय रेल के महत्वपूर्ण तथ्य:
  • एक ही संस्थान द्वारा संचालित भारतीय रेलवे विश्व की चौथी और एशिया की सबसे बड़ी रेल प्रणाली है।
  • रेलवे में कुल 13 लाख कर्मचारी हैं, जो केंद्र सरकार के कुल कर्मचारियों का 40% है।
  • उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 10,000 km रेलमार्ग है।
  • 2014 में मेघालय भी रेलवे के मानचित्र में आ गया।
  • मणिपुर में मात्र 1 km तथा मिजोरम में 2 km रेलवे ट्रैक है।
  • भारत की पहली विद्युत ट्रेन 1925 में मुम्बई से कुर्ला के बीच चलाई गयी।
  • वर्तमान में कुल ट्रैक का 30% विद्युतीकृत है।

भारत में रेल ट्रैक के प्रकार

  1. ब्रॉड गेज - 5½ फीट
  2. मीटर गेज - 1 मीटर
  3. नैरो गेज - 2 और 2½ फीट

मीटर गेज को ब्रॉड गेज में बदलने की योजना ही यूनीगेज कहलाती है।

विश्व धरोहर में शामिल नैरो गेज ट्रैक

  1. कालका-शिमला (हिमाचल प्रदेश)
  2. दार्जिलिंग-हिमालयन रेलवे (पश्चिम बंगाल)
  3. नीलगिरि रेलवे (तमिलनाडु)

CST (छत्रपति शिवाजी टर्मिनस) World Heritage में शामिल विश्व का चौथा स्थल है।

🚄 भारतीय रेल के अन्य महत्वपूर्ण तथ्य:
  • 1951 में रेलवे का राष्ट्रीयकरण किया गया।
  • दक्षिण रेलवे को पहला रेलजोन बनाया गया।
  • कलकत्ता मेट्रो 17वां रेलजोन है।
  • उत्तर रेलवे, ट्रैक की लम्बाई की दृष्टि से सबसे बड़ा रेलजोन है।
  • मुम्बई से अहमदाबाद के बीच बुलेट ट्रेन का संचालन प्रस्तावित है।
  • दिल्ली से आगरा के बीच चलने वाली सबसे तेज ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस संचालित की जा रही है। इसकी गति 160 km/घंटा है।
  • बुलेट ट्रेन की गति 300 km/घंटा होती है।
  • जापान 603 km/घंटा की गति से बुलेट ट्रेन चला रहा है। इन ट्रेनों को मैग्लेव (Magnetic Levitation) कहा जाता है।
  • सबसे लम्बा बुलेट ट्रेन ट्रैक चीन में है।

विशेष रेल परियोजनाएँ

कोंकण रेलवे

  • 1990 में मधु दण्डवते ने इस प्रोजेक्ट की कल्पना की थी।
  • दोहा (महाराष्ट्र) से मंगलौर (कर्नाटक) तक 760 km लम्बा रेल ट्रैक
  • इस पथ पर 2000 पुल और 92 सुरंग हैं।
  • भारत की दूसरी सबसे लम्बी रेलसुरंग जम्मू-कश्मीर में पीरपंजाल श्रेणी में है - बारमुला से काजीगुंड (11 km)
  • भारत की दूसरी सबसे लम्बी रेलसुरंग कारबुडे सुरंग (रत्नागिरी) इसी पथ से संबंधित है - 6.5 km

मेट्रो रेल

  • 1972 में कोलकाता में पहली मेट्रो ट्रेन का संचालन किया गया।
  • तत्पश्चात् दिल्ली, बंगलुरु, मुम्बई, जयपुर, चेन्नई में भी मेट्रो ट्रेन प्रारम्भ की गई।
  • बंगलुरु की मेट्रो को नम्मा मेट्रो (Namma Metro) के नाम से जाना जाता है।
  • इसे JAICA (Japan International Cooperation Agency) के सहयोग से निर्मित किया है।
  • 20 लाख से अधिक आबादी वाले सभी शहरों में मेट्रो का संचालन किया जाना है।

डायमंड फ्रेट कॉरिडोर

  • यह परियोजना मालगाड़ियों के संचालन के लिए प्रारम्भ की गई।
  • प्रारम्भ में Diamond Freight Corridor के नाम से जाना जाता था।
  • कुल 2 Freight Corridor का निर्माण किया जा रहा है:
  • पश्चिमी Freight Corridor - यह दिल्ली को मुम्बई से जोड़ता है। इस ट्रैक के किनारे औद्योगिक क्षेत्रों की भी स्थापना की जाएगी।
  • पूर्वी Freight Corridor - दिल्ली से कोलकाता को जोड़ा जाना है। लुधियाना से दानकुनी के मध्य कुल 1839 km की दूरी। इसके निर्माण में विश्व बैंक का सहयोग लिया जा रहा है।
सड़क परिवहन

भारतीय सड़कों का वर्गीकरण (प्रशासनिक आधार पर)

  • 1. राष्ट्रीय राजमार्ग (National Highways - NH): केंद्र सरकार द्वारा देखरेख।
  • 2. राज्य राजमार्ग (State Highways - SH): राज्य सरकार द्वारा देखरेख।
  • 3. स्थानीय सड़कें (Local Roads):
    • जिला सड़कें।
    • ग्रामीण सड़कें।

राष्ट्रीय राजमार्ग (NH)

  • कुल लम्बाई: लगभग 1,46,000 km
  • कुल राष्ट्रीय राजमार्ग: 599
  • राष्ट्रीय राजमार्ग, कुल सड़क मार्ग का 2% से भी कम है।
  • कुल सड़क परिवहन का 40% इन्हीं से संचालित होता है।
  • सबसे लम्बा राष्ट्रीय राजमार्ग NH 44 (4,112 km) है। यह उत्तर में श्रीनगर से दक्षिण में कन्याकुमारी तक फैला हुआ है और इसकी कुल लंबाई 3,745 किलोमीटर है। यह 11 राज्यों और लगभग 30 महत्वपूर्ण शहरों को जोड़ता है।
  • राज्य:11 राज्यों से होकर गुजरता है, जिनमें जम्मू और कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक, और तमिलनाडु शामिल हैं
  • सबसे छोटा राष्ट्रीय राजमार्ग NH-548 है। जिसकी लंबाई मात्र 5 km किलोमीटर है. यह राजमार्ग महाराष्ट्र में स्थित है और कलंबोली को नवी मुंबई से जोड़ता है।
  • राष्ट्रीय राजमार्ग की सर्वाधिक लम्बाई उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान में है।

NHDP (National Highways Development Project)

राष्ट्रीय राजमार्गों की दयनीय अवस्था के कारण यातायात के साधनों को निम्न क्षति होती है:

  • दुर्घटनाएँ बढ़ती हैं।
  • जाम लगते हैं।
  • 40% फल और सब्जियां नष्ट हो जाती हैं।
  • FDI (विदेशी निवेश) पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

अतः विश्वस्तरीय राजमार्गों के निर्माण के लिए वर्ष 2000 में NHDP Project प्रारम्भ किया गया। इसके तहत 7 चरणों में 4, 6, 8, 10 और 12 लेन हाइवे बनाए जाने हैं।

इसके लिए डीजल पर 2 रु. तथा पेट्रोल पर 2 रु. सरचार्ज लगाकर धन एकत्रित किया जा रहा है।

इस परियोजना के प्रमुख चरण हैं:

  1. स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना - इसके तहत दिल्ली, मुम्बई, चेन्नई और कोलकाता को आपस में जोड़ा गया है।(लगभग 5846 km)
  2. उत्तर-दक्षिण गलियारा - श्रीनगर से कन्याकुमारी तक।(लगभग 4076 km)
  3. पूरब-पश्चिम गलियारा - पोरबंदर से सिलचर(लगभग 3300 km)

ये दोनों गलियारे एक-दूसरे को झांसी में काटते हैं। झाँसी को राष्ट्रीय राजमार्ग का चौराहा कहा जाता है।

नागपुर को जीरो माइलस्टोन (Zero Milestone) कहा जाता है।

वायु परिवहन (Air Transport)
हवाई अड्डा स्थान
नेताजी सुभाष चंद्र बोस हवाई अड्डा दमदम (कोलकाता)
छत्रपति शिवाजी हवाई अड्डा सांताक्रूज (मुम्बई)
इंदिरा गाँधी हवाई अड्डा नई दिल्ली
सरदार वल्लभभाई पटेल हवाई अड्डा अहमदाबाद
राजीव गाँधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा हैदराबाद
चौधरी चरण सिंह हवाई अड्डा लखनऊ
वास्कोडिगामा हवाई अड्डा गोवा
मीनाम्बकम हवाई अड्डा चेन्नई
स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डा रायपुर
बिरसा मुंडा हवाई अड्डा रांची